- 272 Posts
- 172 Comments
LOVERS HASYA KAVITA IN HINDI
आशिकी की सफर हमेशा आपके लिए सुखद हो यह संभव नहीं होता. अकसर आशिकों को राह में कई पत्थर और कांटे मिलते हैं जो इन कांटों और परेशानियों से निकल जाता है वही आशिक बनता है और जो इन परेशानियों का सामना नहीं कर पाते उनका क्य अहोता है यह जानने के लिए यह कविता पढ़े.
LOVERS HASYA KAVITA IN HINDI: एक आशिक “हास्य कवि” की हास्यकविता
मेरा हास्य कवि बनना एक हादसा था
बस में एक मैडम जी से पड़ गया वास्ता था
बात उन दिनों कि है जब मैं कवांरा
लोगों की नजर में मैं एक आवांरा था
लेकिन मुझे तो लैला मजनू के प्यार की खोज थी
गलि से लेकर बस स्टैंड में रोज थी
ऐसे में एक दिन एक मैंडम जी मुझसे बस में टकरायीं
मेरे रोम- रोम में करेंट समायी
और मन में विचार कौंधा कि
मेरा थोबड़ा उन्हें भा गया है क्या भाई
फिर मैंने उनपर थोड़ी सी और नजर गड़ायी
अबकी बार वे थोड़ी सी षरमायी
लड़की हंसी तो पटीवाली बात मुझे याद आयी
फिर मोबाइल पर वे कुछ अंग्रेजी में गिटपिटाईं
जो बात मेरे भेजे में नहीं समायी
फिर मुसटंडो की जमात आयी
जी भर के उन सबों ने मेरी की पिटायी
और मुंह पर कालीख पोतकर
गदहा पर मेरी बारात निकलवायी
और गदहे को गदहा पर देखकर
गदहों ने जी भर कर ताली बजायी
इस प्रकार मैं हास्य कवि बन गया मेरे भाई।
– लेखक भाई रामगोपाल वर्मा
LOVERS FUNNY POEM, LOVERS HASYA KAVITA, HASYA KAVITA, HASYA KAVITA IN HINDI, HINDI HASYA KAVITA, FUNNY POEMS IN HINDI, हास्य कविता, हिन्दी हास्य कविताएं
Read Comments