Menu
blogid : 4683 postid : 643

बहुत याद आती है (Hasyakavita in Hindi Font)

Hasya Kavita
Hasya Kavita
  • 272 Posts
  • 172 Comments

देश है तो जनता है

जनता है तो नेता हैं

नेता है तो गाड़ी है

गाड़ी है तो सड़कें हैं

सड़के हैं तो गढ्ढे हैं

गढ्ढे हैं तो उनको भरने के वादे हैं

वादे करके उनकी सुधि कौन लेता है

वादा खिलाफी है तो नेता हैं.

सड़कें हैं तो भीड़ है

भीड़ है ट्रेफिक जाम है

ट्रेफिक जाम है तो धुँआ है

धुँआ है तो बीमारी है

बीमारी है तो अस्पताल है

अस्पताल है तो डॉक्टर हैं

डॉक्टर हैं तो नर्सें हैं

नर्सें हैं यानि कि लड़कियां हैं

लड़कियाँ हैं तो छेड़खानी है

साथ में चलती मनमानी है

मनमानी जो करते हैं नेता के लड़के हैं

नेता के लड़के हैं तो दबदबा है

दबदबा है तो नेता हैं.

मनमानी है तो बलात्कार है

बलात्कार है तो पुलिस है

पुलिस हैं तो चोर हैं

चोर हैं तो पैसा है

पैसा है तो बिल्डिंगें हैं

बिल्डिंगे हैं तो बिल्डर हैं

बिल्डर हैं तो जमीन के सौदे हैं

जमीन के सौदे हैं तो घोटाले हैं

घोटाले हैं तो नेता हैं.

घोटाले हैं तो घोटाला करने वाले हैं

घोटाला करने वाले हैं तो धन्धे काले हैं

धन्धे काले हैं तो छानबीन वाले हैं

छानबीन यानि कि सरकारी मुलाजिम हैं

सरकारी मुलाजिम हैं तो भ्रष्टाचार है

भ्रष्टाचार है तो नेता हैं.

सरकारी मुलाजिम हैं तो काम चोरी है

कामचोरी है तो हड़ताल है

हड़ताल है तो धरना प्रदर्शन है

धरना प्रदर्शन है तो तोड़ फोड़ है

तोड़फोड़ है तो समाचार है

समाचार है तो मिडिया है

मिडिया है तो नेता हैं.

धरना प्रदर्शन है तो बाजार बंद है

बाजार बंद है तो लोग परेशान हैं

परेशान लोग जनता है

जनता है तो वोट हैं

वोट हैं तो चुनाव हैं

चुनाव है तो ताकत प्रदर्शन है

ताकत प्रदर्शन है तो बूथ केप्चरिंग है

बूथ केप्चरिंग है तो अपराध हैं

अपराध हैं तो नेता हैं.

तो जब कभी

वादा खिलाफी, दबदबे, घोटाले,

भ्रष्टाचार, मिडिया या अपराध

की बात आती है…

हे नेता,

हमको तेरी बहुत याद आती है.

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply to Arun KumarCancel reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh