Menu
blogid : 4683 postid : 666

Hindi Hasyakavita: जीजा साली की खटपट

Hasya Kavita
Hasya Kavita
  • 272 Posts
  • 172 Comments

साली बोली हँसमुखजी सेनाम आपका हँसमुखफिर भी रोते से क्यों लगते?

हँसमुखजी तुनक कर बोलेछोटे मुंह बड़ी बातनाम बेचारा क्या करेगाजिसकीबीबी तुम्हारी बहन होवो हंसता हुआ भीरोता सा लगेगा.

साली को लगा झटकानहले पर मारा दहलालपक कर बोलीहूर के बगल में लंगूर हमेशा लंगूर ही रहता,

शक्ल-ओ-सूरत का दोष फिर भी हूर को देता.

दहले पर पडा हँसमुखजी का गुला मतपाक से बोले गलती मेरी ही थी.

तुम्हारी बहन के मुख सेबाहर झांकते दांतों को मुस्काराहट समझ बैठा शूर्पनखा को हूर समझ ज़ल्दबाजी में हाँ कह बैठा,

उसको तो सहना ही पड़ताहूबहू अक्ल शक्ल कीसाली को भी अबनिरंतर झेलना पड़ता.

Read Comments

    Post a comment

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *

    CAPTCHA
    Refresh